आशिष कुमार मंडल : भारत के प्रसिद्ध धार्मिक गुरु कालिदास बाबा (स्वामी 1008 कृष्णानंद जी महाराज) ने कहा है कि नेपाल के नेताओं का पशुपति जाकर चंदन लगाना और संसद में धर्म निरपेक्षता की मांग करना अप्राकृतिक है।

मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने साफ किया कि, कई नेता और सांसद पशुपति कोटिहोममे आए और चंदन लगाकर उनसे मिले। उन्होंने बताया कि हमने उनसे अनुरोध किया कि वे चंदन लगाकर संसद में धर्म निरपेक्षता की मांग करने की गलती न करें।

उन्होंने कहा, कि नेपाल में हो रहे विभिन्न अनैतिक कार्यों और भ्रष्टाचार के कारण देश बदहाली की स्थिति में है। ”वह नेपाल को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए आखिरी सांस तक लड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं” आज देश में तरह-तरह के अनैतिक कार्य, दुष्कर्म, भ्रष्टाचार और अत्याचार हो रहे हैं।
और आज देश के नेता धर्म निरपेक्षता की आवश्यकता पर अधिक जोर दे रहें हैं।मेरा एक नारा था – ‘धर्म निरपेक्षता नहीं चाहिए, गाय नहीं कट सकती।’ वह नारा आज भी मजबूत है।
उन्होने घोषणा किया की जब तक यहाँ के नेता हिंदू राष्ट्र की घोषणा नहीं कर देते कालीबाबा नेपाल तब तक नहीं छोड़ेंगे।उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि वह हिंदू गणतंत्र नहीं बल्कि हिंदू “बौद्धिक” सनातन धर्म चाहते हैं, अगर ऐसा नहीं हुआ तो वह शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन शुरू करेंगे।
