जनकपुरधाम: जनकपुर स्थित शिवचौक के पास बिना नक्शा पास किए बनाए गए अवैध निर्माण को तोड़ने की प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। लेकिन कानून तोड़कर निर्माण करने वाले घर मालिक उत्साहित नजर आ रहे हैं, जिससे स्थानीय नागरिकों में और अधिक आक्रोश फैल गया है।

जनकपुरधाम उपमहानगरपालिका के मेयर मनोज साह के कड़े निर्देश के तहत नगर पालिका ने अवैध निर्माण हटाने के अभियान को तेज कर दिया है। इसी क्रम में, शिवचौक क्षेत्र में बिना नक्शा पास किए गए घरों और संरचनाओं को तोड़ने का निर्णय प्रशासन द्वारा लिया गया है।
नगर पुलिस इस कार्रवाई की कड़ी निगरानी कर रही है, जबकि इंचार्ज अंतिम आदेश की प्रतीक्षा कर रहे हैं। स्थानीय लोगों ने हालांकि इस कदम को कानूनी रूप से सही बताया है, लेकिन उन्होंने मांग की है कि इसका निष्पक्ष रूप से कार्यान्वयन किया जाए।

नागरिकों में आक्रोश, प्रशासन की सख्त निगरानी
इस घटना ने नगर में तनावपूर्ण माहौल बना दिया है। कुछ नागरिकों ने उपमहानगर पालिका पर पक्षपात करने का आरोप लगाया है, यह दावा करते हुए कि पहुँचवाला के घरों को बचाया जा रहा है और अन्य लोगों के घरों को तोड़ा जा रहा है। वहीं, कुछ स्थानीय नागरिक शहर की सुंदरता और कानूनी प्रबंधन के लिए अवैध निर्माण को हटाने की आवश्यकता बता रहे हैं।

अब, उपमहानगर पालिका सभी के लिए समान कार्रवाई करेगी या किसी समझौते के तहत फैसला लेगी, यह बड़ा सवाल बना हुआ है। इस पूरी घटना ने जनकपुर के शहरी विकास और कानूनी प्रशासन की क्षमता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।